खबर मनोरंजन,उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बावनखेड़ी गांव में साल 2000 में एक ऐसे सामूहिक हत्याकांड हुआ था, जिसने केवल अमरोहा और उत्तर प्रदेश पर ही प्रभाव नहीं डाला था,बल्कि पूरे देश को सकते में डाल दिया था।
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प्रेम वो है जो आपको एक अच्छा इंसान बनाता है। लेकिन जब एक व्यक्ति इश्क में डूबता है तो वह जुनून या दीवानगी में भी परिवर्तित हो सकता है, जो किसी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ‘लव किल्स: शबाना और सलीम- अमरोहा हत्याकांड’ नामक डॉक्यूमेंट्री सीरीज में यह दिखाया गया है कि कैसे मोहब्बत में दीवानगी और एक-दूसरे को पाने की चाहत अक्सर इंसान को हैवान बना देती है। उत्तर प्रदेश के एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या पर आधारित डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ ‘लव किल्स: शबाना और सलीम- अमरोहा हत्याकांड’ एक ऐसी ही जुनूनी और खूनी दास्तान पेश करती है। इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ की पूरी कहानी पुलिस अधिकारियों, वकीलों, शबाना और सलीम के संबंधित व्यक्तियों और पड़ोसियों से बातचीत के आधार पर पेश की गई है। इस कहानी का अंत दुखद हो सकता है, इसलिए इसे देखते समय अपने विवेक का इस्तेमाल जरूर करें।

2008 में उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बावनखेड़ी गांव में एक समूहिक हत्याकांड हुआ था, जिसने देश भर में दहशत फैलाई। उस दिन नौ लोगों के मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार की हत्या की गई। इस घटना की सच्चाई और उसके प्रत्येक पहलू को यह डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ बताती है। इस हत्याकांड में एक आठ महीने के बच्चे सहित सात लोगों को क्रूरता से मार डाला गया था, लेकिन शायद संयोगवश एक लड़की, शबाना जी, बच गई। क्यों उसे जानबूझकर छोड़ दिया गया था? क्या उसे हत्याकांड के दौरान बचाने के लिए उसके साथ कुछ और हुआ था? ये सभी सवालों के जवाब इस सीरीज़ में दिए गए हैं।
शबाना के बुलाने पर जब गांव वाले हत्याकांड की घटना को देखते हैं, तो वे बहुत बदहवास हो जाते हैं। उनके नजरों के सामने यह खौफनाक मानवहत्या का दृश्य उत्पन्न होता है। फिर पुलिस वहाँ पहुंचती है और मामले की जांच शुरू करती है। साथ ही साथ तहकीकात आगे बढ़ती है और उससे पता चलता है कि इस हत्याकांड के पीछे कुछ और भी रहस्य हैं।
इस डॉक्यूमेंट्री में कहानी बहुत भयावह है लेकिन उसमें रहस्य भी हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि हत्या से पहले सभी मृतकों को नशीले पदार्थों से बेहोश किया गया था। इस बात से सीधा शक शबाना पर जाता है क्योंकि उसने सोने से पहले रात में सभी के लिए चाय बनाई थी।

प्यार की यह खूनी कहानी इश्क के ऐसे पहलू को दर्शाती है जहां इंसान हैवानियत का रास्ता चुनता है और अपने करीबियों को भी मौत के घाट उतारने में हिचकिचाता नहीं है। ‘लव किल्स: शबाना और सलीम – अमरोहा हत्याकांड’ नामक डॉक्यूमेंट्री में, दो प्यार के दीवाने शबाना और सलीम की यह दुखद घटना उनकी अनोखी प्रेम कहानी को दर्शाती है। शबाना और सलीम वर्तमान में दो अलग-अलग जेलों में बंद हैं। यह डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ हत्याकांड की जांच करने वाली पुलिस द्वारा बखूबी रेखांकित की गई है। शबाना के वकील आरोप लगाते हैं कि केस को जल्दी बंद कराने के लिए जांच में कुछ कड़ियों को मनगढ़त तरीके से जोड़ दिया गया है।

डॉक्यूमेंट्री सीरीज में 25-25 मिनट के तीन एपिसोड्स हैं जो आपकी दिलचस्पी को बनाए रखते हैं। इस हैरतअंगेज़ करनेवाली कहानी की परतें खुलते जाते हैं जबकि रहस्य भी गहराता जाता है। इस सीरीज में पूर्व डीआईजी बद्री प्रसाद, जांच अधिकारी आरपी गुप्ता, एसओजी मनोज राणा और आरोपी शबाना के वकील सैफुल इस्लाम सिद्दीकी सहित गांव के कई लोगों ने इस हत्याकांड संबंधी जानकारियों को साझा किया हैं। सीरीज में अधिकांश असल लोकेशन पर शूटिंग हुई है और ज्यादातर ओरिजनल फुटेज का इस्तेमाल किया गया है। फिल्म की रिसर्च व लेखन टीम ने इस असरदार डॉक्यूमेंट्री सीरीज को बनाने में अपना बड़ा योगदान दिया है।