वैसे तो नाम से ही पता चल रहा है कि विष योंग का मतलब कुछ खतरनाक है, अर्थात ऐसा योग जो इंसान की जिंदगी को मुश्किल बनाता है।
आइए बताते हैं कि विष योग कैसे बनता है? ज्योतिष में जब चंद्रमा और शनि एक साथ आ जाते हैं या उनकी युति हो जाती है तो विष योग का निर्माण होता है। अभी 15 अप्रैल से चंद्रमा और शनि एक साथ इकट्ठे बैठने वाले हैं जिससे ढाई दिन के लिए विष योग का निर्माण होगा, यह गोचर में बनने वाला विष योग है वैसे तो कितनी ही कुंडलियों में ये योग जन्मजात रहता है और ऐसे में इस के कुछ विशेष उपाय बताए जाते हैं लेकिन आज हम आपको यहां बताने वाले हैं कि इस योग का किन किन राशियों पर सबसे ज्यादा असर होने वाला है और उनको क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए।

कर्क राशि- कर्क राशि के लोगों को यह युति थोड़ा परेशान करेगी आपको बता दें कि यह युति आठवें भाव में हो रही है इससे घर में किसी बड़े व्यक्ति का स्वास्थ्य बिगड़ेगा और अगर आप नया काम शुरू करने जा रहे हैं तो अभी थोड़ा रुके क्योंकि ऐसे समय में निवेश करना ठीक नहीं है और किसी से किसी भी तरह की बहस में न उलझें।

कन्या राशि- कन्या राशि के जातको के लिए ये रोग उनकी राशि से छठे भाव में होने जा रहा है।चंद्रमा और शनि की ये युति इनको कोर्ट कचहरी के मामले में असफलता दिला सकती है। जीवनसाथी से झगडा अनबन हो सकती है। वाहन चलाते समय भी सावधानी बरतनी चाहिए।

वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातकों के चौथे भाव में हो रही है शनि चंद्र शनि की ये युति।
ये योग कष्टकारी रहेगा। इन ढाई दिनों तक आप मानसिक तनाव में रह सकते है। आपको कोई अशुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा आर्थिक स्थिति का भी ध्यान रखें।